रेडियोथेरेपी
रेडियोथेरेपी, आयनकारी विकिरण जैसे गामा किरणों (रेडियोसक्रिय स्रोत द्वारा उत्सर्जित) उच्च ऊर्जा एक्स-रे (चिकित्सीय त्वरक द्वारा जनित) तथा हैड्रान थेरेपी त्वरक (जैसे प्रोटोन/कार्बनआयन आधारित) की सहायता से कणीय थेरेपी के उपयोग द्वारा की जाती है। रेडियोथेरेपी का उद्देश्य है – ट्यूमर को वांछित विकिरण डोज़ देना तथा आसपास के सामान्य ऊतक को न्यूनतम डोज़ देना। ट्यूमर को विकिरण डोज़ बाहरी बीम थेरेपी (जैसे टेलीथेरेपी) या ब्रेकीथेरेपी या आवश्यकतानुसार दोनों के प्रयोग द्वारा दी जाती है। बाहरी बीम विकिरण थेरेपी में विकिरण डोज़ टेलीथेरेपी उपकरण द्वारा दी जाती है। विकिरण स्रोत ट्यूमर से कुछ दूरी पर होता है। ब्रेकीथेरेपी कैंसर उपचार की वह विधि है जिसमें स्रोत को ट्यूमर के पास रखा जाता है तथा डोज़ अंतरालीय, अंतर्गुहिका या सतही प्रयोग द्वारा दी जाती है।