अनुसंधान प्रयोगशालाएँ एवं इंजीनियरिंग हॉल
अग्नि संरक्षा अनुसंधान
अग्नि संरक्षा के संबंध में एक समेकित अनुसंधान कार्यक्रम के लिए, एसआरआई-एईआरबी कल्पाक्कम में एक कंपार्टमैण्ट अग्नि परीक्षण सुविधा (सीएफटीएफ) की स्थापना की गई है। इस सुविधा का प्रयोग प्रांगण में लगने वाली आग के मौलिक अनुसंधान के लिए अल्पीकरण की कार्यप्रणाली तथा तकनीकों के अनुसंधान के लिए तथा अग्नि संरक्षा के क्षेत्र में नियामक गतिविधियों के लिए इनपुट प्रदान करने के लिए किया जाता है। सीएफटीएफ का फायर कंपार्टमैण्ट ISO-9705 कक्ष के विनेर्देशों के अनुरूप है तथा अग्नि से संबंधित विभिन्न प्राचलों की माप करने के लिए आवश्यक उपकरणों से पूरी तरह से सुसज्जित है। इस सुविधा के मुख्य उद्देश्य निम्नवत हैं;
- बी तथा सी श्रेणी की अग्नि द्वारा नुकसान पहुँचाने की क्षमता का आकलन करना
- अग्नि प्रसार को न्यूनतम करने वाली तकनीकों की प्रभावोत्पादकता का प्रदर्शन करना
- प्रांगण में लगने वाली आग के संबंध में मोनोग्राफ विकसित करना
- आग लगने की विशिष्ट परिस्थियों में अनुप्रयोग हेतु वर्तमान में प्रयोग किए जाने वाले अंकगणितीय मॉडल / सीएफडी कोड को मान्यीकृत करना
- नियामक निर्णय लेने के लिए डाटा उत्पन्न करना
- अकादमिक संस्थानों के सहयोग से अग्नि संरक्षा के संबंध में मूलभूत अनुसंधान को प्रोत्साहित करना ।
कंपार्टमैण्ट अग्नि परीक्षण सुविधा |
तरणताल अग्नि परीक्षण |
संरक्षा अनुसंधान संस्थान इंजीनियरिंग हॉल
यहाँ एक इंजीनियरिंग हॉल है जिसमें एक उच्च कक्ष (high bay) (160 वर्ग मी., ऊँचाई 8.5 m) एक निम्न कक्ष (low bay) (160 वर्ग मी., ऊँचाई 4.25 मी.) तथा कार्यालय हेतु स्थान (160 वर्ग मी.) उपलब्ध है। अभी तक यहाँ हॉल के उच्च कक्ष में तीन परीक्षण सुविधाओं, हायड्रोजन अल्पीकरण सुविधा (एचवाईएमआईएफ), जल एवं वाष्प अंत:क्रिया सुविधा (डब्ल्यूएएसआईएफ) तथा कोर प्रगलन अवरोधन सुविधा (सीओएमआरईएफ) की स्थापना की परिकल्पना की गई है । पीटी क्षरण व्यवहार तथा प्रवाह अवितरण के अनुसंधान के लिए निम्न कक्ष में परीक्षण सुविधा की स्थापना भी की जा रही है। | Front view of the SRI Engineering hall |
अनुसंधान प्रयोगशालाएँ
विकिरण रोधन तथा पर्यावरण रेडियोसक्रियता से संबंधित परीक्षणों के लिए संरक्षा अनुसंधान संस्थान में एक पूर्ण सुसज्जित विकिरण भौतिकी प्रयोगशाला की स्थापना की गई है । इस प्रयोगशाला की स्थापना XI वीं योजना परियोजना के तहत वर्ष 2011 में की गई थी। इसका उद्देश्य था परीक्षणों के दौरान विकिरण रोधन एवं स्ट्रीमिंग अध्ययन के लिए संगणना उपकरणों को मान्यीकृत करना । इस प्रयोगशाला में गामा स्पेक्ट्रोमिति अध्ययन के लिए एक सिंटीलेशन आधारित एनएआई संसूचक तथा एक प्रगत उच्च शुद्धता जर्मेनियम संसूचक (एचपीजीई) ; न्यूट्रॉन डोज तथा स्पेक्ट्रम गणना के लिए न्यूट्रॉन स्पेक्ट्रोमीटर; एक टीएलडी रीडर तथा गामा विकिरण सर्वेक्षण एवं मॉनीटरन के लिए एक पोर्टेबल टेलीटेक्टर उपलब्ध है । उपकरणों के अतिरिक्त न्यूट्रॉन रोधन परीक्षणों के लिए बहुत से एक्टीवेशन फॉयल भी खरीदे गए हैं।
विकिरण भौतिकी प्रयोगशाला
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हाल ही में इस सुविधा का प्रयोग करते हुए किए गए उल्लेखनीय परीक्षण निम्नवत हैं;
- विभिन्न आकार के डक्ट तथा वॉयड में लैब-स्केल गामा स्ट्रीमिंग परीक्षण
- बेण्ट डक्ट्स में न्यूट्रॉन स्ट्रीमिंग परीक्षण
- Am-Be न्यूट्रॉन स्रोत के लिए शील्ड डिजायन इष्टतमीकरण
- मॉण्टे कार्लो सिमुलेशन के माध्यम से गामा स्पेक्ट्रोमिती उपकरणों की क्षमता जाँच तथा मान्यीकरण
- दक्षिण भारत के विभिन्न भागों की मिट्टी में पर्यावरणीय रेडियोसक्रियता की माप