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नचत्र 7.17 : हाइड्ोजि न्यूिि के प्रायोनगक अध्ययि का नववरण (क) पीएआर कक्ष में उत्प्रेरक क ू पिरों का नवन्यास तथिा (ख) प्रयोग से प्राप्त अनभनरिया दर के आंकड़े
नचत्र 7.18 : वलयाकार गैस क्षेत्र में तापमाि क्षनणकायें, z=0 चैिल का कें द् नबंदु है ‘z’ के ऋणात्मक माि पैिल के नसरे की ओर है
7.6.5 रल एवं वाष्प अंतनक्रजा या सुनवधा (डब्ल्यूएएसआईएफ) 7.6.6 प्रगनलत कोररयम-क ं क्रीट अंतनक्रजा या - प्रायोनगक अध्ययि
प्रत्यक् संपकजा संघटि प्रनक्रया के नवनभन्ि रूपों के अध्ययि के भारत के िानभकीय ऊराजा संयंत्रों में प्रयुति क ं क्रीट के निए कोररयम-
निए संरक्ा अिुसंिाि संस्थाि के इंरीनियरी हाि के उच्च प्रखंड में क ं क्रीट अंतनक्रजा या के अध्ययि की आवशयकता है। भापअकें द्र तथा
भापअकें द्र के सहयोग से एक प्रायोनगक सुनविा स्थानपत की गयी है। एिपीसीआईएि के सहयोग से आईआईटी, बंबई में प्रयोग नकया गया
प्रयोगों के निए प्रचािि नवनि में बदिाव नकये गये हैं। ऐसी नस्थनत, नरसमें अिुकाररत पदाथजा क ं क्रीट की कै नवटी में िगभग 2000°C पर
नरसमें परीक्ण पाइप के अंदर नस्थर वाष्प में नवनभन्ि प्रवाह दर से पािी डािा गया।
भेरा राता है, के निए कई संघिि प्रेररत रि हैमर प्रयोग नकये गये हैं।
परीक्ण पाइप में वाष्प का दाब 1 से 4 बार तक पररवनतजात नकया गया। क ं क्रीट के अपक्रण का अध्ययि नकया गया। नचत्र 7.19 (क)
इि नस्थनतयों में यंत्रीकरण तंत्र नवनभन्ि पररमाण के दाब स्पंदिों को व (ख) में प्रयोग के बाद क ं क्रीट ब्िाक की नस्थनत तथा तापमाि के
ररकाडजा करिे में सफि रहा। पररवतजाि को नदखाया गया है। इि आंकडों का प्रयोग क ं प्यूटर माडिों के
वैिीकरण के निए नकया रायेगा।
88 वार्षिक प्ररिवेदन 2019