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यंत्रीकरण के बिों पर हाइड्ो काबजाि/‍तेि के  छिकाव की आग पर ध्याि  के  कारण नवद्ु‍तीय निरं‍तर‍ता, आवरण व रोिि क्न‍त, अनग्ि मंदि पेंट का
        कें नद्र‍त नकया गया। िगभग 150-250 नकिोवाट ऊष्‍मा नवमोचि दर की  प्रभाव। यह कायजा एिपीसीआईएि के  सहयोग से नकया गया ‍तथा प्रमुख
        डीजि क ुं ड आग का प्रयोग नकया गया। क्ैन‍तर के बि ट्रे में रखे अिेनप‍त  पररणामों को ‍तकिीकी िेख के  रूप में प्रेनष‍त नकया गया। आग से पहिे व
        व अनग्ि मंदि पेंट संशोनि‍त, दोिों प्रकार के  के बिों का प्रयोग नकया  बाद में के बिों की नस्थन‍त नचत्र 7.15 में नदखायी गयी है।

        गया। अध्ययि की रूनच के  प्राचि थे कक् के  अंदर गमजा गैसों व ज्वािा






















                                     नचत्र 7.15 : एक कक्ष में डीज़ल क ुं ड अन्ि से पहले व बाद में के बलरों की नसथिनत

        7.6.2 नवद्ुतीय कै नबिेट का अन्ि रोनखम आकलि


            नियामक  संरक्ा  समीक्ा  में  सहाय‍ता  के  निए  आईरीसीएआर  व
        बीएचएवीआईएिआई  (भानविी)  के  सहयोग  से  ररएक्टर  संरक्ा  के  निए
        महत्वपूणजा घटकों वािी नवद्ु‍तीय कै नबिेट में आग पर अध्ययि नकया रा रहा
        है। भानविी से प्राप्त इिपुट के आिार पर स्थािीय नवद्ु‍तीय नियंत्रण कैनबिेट
        का 3-D माडि नवकनस‍त नकया गया है। आग के प्राचिों में पररव‍तजाि द्ारा
        कई संखयात्मक अिुकरण नकये गये है। कैनबिेट में केबि आग की प्रगन‍त को
        नचत्र 7.16 में नदखाया गया है।


        7.6.3 हाइड्ोरि नयूिि सुनवधा

            निचिेटि हाइड्ोरि निकास पर (क) हाइड्ोरि निकास दर ‍तथा (ख)

        उत्प्रेरक की स‍तह के  ‍तापमाि के  संबंि में अध्ययि रारी है। इस सुनविा में   नचत्र 7.16 : नवद्ुतीय कै नबिे‍ट में के बल आग की प्रगनत
        नकये गये पहिे प्रयोगों से ज्ञा‍त हुआ था नक नसरानमक सबस्ट्रेट पर प्िेनटिम   7.6.4 वलयाकार गैस मािीटरि तंत्र (एरीएमएस) तथा शीतलक
        िेपि वािे क ू पिों में उच्च अनभनक्रया दर प्राप्त हो‍ती है परं‍तु उत्प्रेरक की
        स‍तह का ‍तापमाि अनिक हो‍ता है। स्टेििेस स्टीि की रािी पर प्िेनटिम   िैिल तापि सुनवधा
        िेनप‍त क ू पिों में स‍तह ‍तापमाि कम हो‍ता है परं‍तु अनभनक्रया दर भी कम   संरक्ा अिुसंिाि संस्थाि, किपक्कम में शी‍तिक चैिि ‍तापि ‍तथा
        हो‍ती है। चूंनक इि प्रयोगों में दो में से एक उद्ेशय पूरा हो‍ता है अ‍त: दोिों  वियाकार गैस मािीटरि ‍तंत्र के  अध्ययि के  निए एक प्रायोनगक सुनविा
        प्रकार के  क ू पिों के  संयोरि से प्रयोग नकये गये (नचत्र 7.17(क))। यह पाया  बिायी गयी है। वियाकार गैस प्रवाह की अिुपनस्थन‍त में सभी ‍तापकों,
        गया है नक ऐसी नस्थन‍त में संकमवी पररणाम नमि‍ता है (नचत्र 7.17(ख))। इस  ‍तापक नियंत्रण माड्यूिों, थमकोकपि ‍तथा आंकडे संग्रह ‍तंत्र के  समकानिक
        प्रयोग में कानडजायेराइट प्िेट का ‍तापमाि के वि कानडजायेराइट प्िेट के  प्रयोग  कायजा को प्रदनशजा‍त करिे के  निए परीक्ण नकये गये। 3x3 चैिि मैनट्रक्स की
        की ‍तुििा में, कम ‍तथा अनभनक्रया दर अनिक पायी गयी।    निचिी पंनति के  मध्य में नस्थ‍त चैिि (1, 2) के  वियाकार गैस क्ेत्र में

                                                              ‍तापमाि क्नणकाओं को नचत्र 7.18 में नदखाया गया है।


                                                                                              वार्षिक प्ररिवेदन 2019  87
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