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संरक्षा सांव्‍यकी


          महत्‍वपूण्य रटना‍यें

          नाधभकीय संयंत्ों में िुई क ु छ घ‍टनाओं, धरनका प्रभाव संरक्ा पर पड़ाता िै                   भीषण दुघजा‍टना
          या पड़ सकता िै, उनकी ररपो‍टजा एईआरबी को भेरना आवश्यक िै। ररपो‍टजान        7                गंभीर दुघजा‍टना
          क े  मापदंर तकनीकी धवधनददे्ों में धदये राते िैं। इन ररपो‍टयों की समीक्ा   ‍ट  नां  6       वयापक  पररणाम  वािी
          करक े  उन्िें अंतराजाष्‍ट्रीय नाधभकीय व धवधकरण घ‍टना पैमाना (INES) क े      दु  घजा  5     दुघजा‍टना
          अनुसार वगषीक तृ त धकया राता िै।                                              4             स्थानीय पररणाम वािी
                                                                                                     दुघजा‍टना
          आईएईए रेवटंग                                                                   3           गंभीर घ‍टना
                                                                                                     घ‍टना
          आईएनईएस पैमाना घ‍टनाओं को उनक े  संरक्ा मित्व क े  अनुसार सात    ‍ट  ना   एं    2
                                                                          घजा                        अपसामान्यता
          स्तरों (1-7) में वगषीक तृ त करता िै।                                             1
          अप्रैि 1986 में भूतपूवजा यूएएएसआर (अब यूक्र े न में) की चनवोधबि दुघजा‍टना   पैमाने से नीचे / स्तर 0
          तथा माचजा 2011 में रापान में फ ु क ु ्ीमा दुघजा‍टना को इस पैमाने पर स्तर-7    कोई संरक्ा मित्व निीं
          का आंका गया था। इन दुघजा‍टनाओं में क्रोर प्रगिन िुआ धरसक े  कारण
          पयाजावरण में अपस्थिीय रेधरयोसधक्रयता धवमोचन िुआ।



          •  धनमाजाणािीन संयंत्ों से धकसी मित्वपूणजा घ‍टना की ररपो‍टजा निीं धमिी।        रटना की आईएनईएस रेवटंग
                                                                      नावभकी‍य सं‍यंत्
          •  वषजा 2019 में प्रचाधित संयंत्ों से क ु ि 45 मित्वपूणजा घ‍टनाओं की            स्िर-0       स्िर-1
             ररपो‍टजा धमिी धरसमें से रारस्थान-2 की एक घ‍टना स्तर-1 की थी तथा   तारापुर-1 व 2  2         0
             40 घ‍टनायें स्तर-0 की आंकी गयी।                     तारापुर-3 व 4              3           0
                                                                 रारस्थान-1 व 2             7           1
          •  तारापुर-3 व 4 की एक घ‍टना की समीक्ा स्तर क े  धनिाजारण क े  धिये   रारस्थान-3 व 4  3       0
             की रा रिी िै।
                                                                 रारस्थान-5 व 6             6           0
          •  रारस्थान-5 व 6, क ै गा-1 व क ु रनक ु िम-1 व 2 में एक एक घ‍टना   मद्ास-1 व 2    3           0
             (क ु ि 3) औद्ोधगक संरक्ा से संबंधित थी अत: नाधभकीय पैमाने पर   नरोरा-1 व 2     1           0
             निीं आंकी गयी।                                      काकरापार-1 व 2             2           0
                                                                 क ै गा-1 व 2               8           0
            इन सभी घ‍टनाओं की धवस्ततृत समीक्ा की गयी ताधक आवश्यक   क ै गा-3 व 4             1           0
            सुिारक कायजावािी की पिचान व उसे िागू धकया राये       क ु रनक ु िम-1 व 2         4           0
                                                                 क ु ल                     40           1


          ररपो‍टजा की गयी घ‍टनाओं को आईएईए-आईआरएस की कोधरंग तंत् क े
          अनुसार वगषीक तृ त धकया गया। इन घ‍टनाओं में धवफि प्रभाधवत तंत् इस
          प्रकार िैं।

            यंत्ीकरण एवं
            धनयंत्ण तंत्;                        प्राथधमक तंत्;   राजस्‍थान-2 में हुई दुर्यटना
          भरण रि, वाष्‍प एवं
          ्धति रूपांतरण तंत्;   15%                              यि इकाई मल‍टीपि बायिर िेयरधपनों क े  धद्तीयक तरफ से
                                                                 पानी क े  ररसाव क े  कारण बंद थी। रांच से पता चिा धक ररसाव
                                                                 राधतगत कारण (धनक्ेप संक्ारण) से िुआ धरसे ‍ट्यूब-्ी‍ट व
                                        44%
                      17%
                                                                 बायिर िेयरधपन ्ेि क े  वेलर रोड़ों क े  पास िेयर धपनों की
                                                                 मो‍टाई कम िुई तथा उनमें छो‍टे छो‍टे छेद िो गये।
                            19%
            धवद्ुतीय तंत्;
                                  5%
                                                  आवश्यक
                                                 सिायक तंत्;

                                                                                                              43
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