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वन‍यामक गविव‍ववि‍यां

          संरक्षा अध्‍य‍यन ए‍वं अनुसंिान गविव‍ववि‍यां


                       संरक्ा अनुसंिान संस्थान, किपक्कम तथा मुंबई मुखयािय में संरक्ा अध्ययन एवं अनुसंिान गधतधवधियां


          एईआरबी अपने धनयामक कायजा में संरक्ा धवश्िेषण एवं अनुसंिान को   कई मित्वपूणजा धवकासोन्मुख अनुसंिान कायजा पूरे धकये। इन अध्ययनों
          काफी मित्व देता िै अत: अपने धनयामक काययों क े  अंतगजात, एईआरबी   का धववरण इस प्रकार िै:-
          संरक्ा धवश्िेषण व अनुसंिान कायजा भी करता िै। इस वषजा एईआरबी ने







            िापरी‍य द्‍व चालन संरक्षा अध्‍य‍यन                 भरीषण दुर्यटना अध्‍य‍यन  संभा‍वना आिाररि

                                                                                          संरक्षा अध्‍य‍यन
           धनयामक संरक्ा समीक्ा में सिायता क े  धिये नाधभकीय व धवधकरण  नाधभकीय एवं धवधकरण सुधविाओं
           सुधविाओं क े  तापीय द्व चािन धवषय पर कई अध्ययन धकये गये।  में भीषण दुघजा‍टना क े  प्रभाव क े  धिये   धकसी नाधभकीय व धवधकरण
           •  रेधरयोसधक्रय नमूनों क े  धकरणन क े  धिये प्रस्ताधवत एफबी‍टीआर   कई अध्ययन धकये गये।   सुधविा   का   संभावना
               तीव्र फिक्स प्रायोधगक सुधविा क े  धिये सीओएमएसओएि क े   •  37 धपन ई ं िन बंरि में धपनों क े   आिाररत  संरक्ा  आकिन,
               प्रयोग से एक धवस्ततृत धत्धवमीय क्धणका ऊष्‍मा अंतरण धवश्िेषण   बीच तथा धपन से दाब नधिका  धवफिता  पररदृष्‍यों  की
               धकया गया।                                           क े   बीच  धवधकरण  दृष्‍यगुणकों  पिचान  तथा  काधमजाकों  व

           •  प्राथधमक  ्ीतिन  रि  क े   अनुपिब्ि  िोने  की  धस्थधत  में   का आकिन।       रनता की संभावय खतरे क े
               सीओआरएएि उच्च स्तर अपध्ष्‍‍ट रैधफने‍ट धवियन का अधिकतम  •  क ु रनक ु िम  एवं  मद्ास   संखयात्मक आकिन क े  धिये
               तापमान रानने क े  धिये तापीय क्धणका धवश्िेषण धकया गया।  ररएक्‍टरों  क े   धिये  एईआरबी   वयापक व समुधचत कायजाधवधि

           •  700 MWe दाधबत भारी पानी ररएक्‍टर में सामान्य प्रचािन क े    स्ोत  मात्ा  आकिन  सािन   प्रदान करता िै।
               दौरान असाविानी से धनश्चेष्‍‍ट क्य ऊष्‍मा धवकास तंत् का वालव   का  धवकास  करक े   उसे  मद्ास-1  व  2  संयंत्ों  की
               खुि राने क े  प्रभाव का धवश्िेषण।                   एईआरबी क े  आंतररक सािन  ्मन व धनम्न्धति प्राधयकता
                                                                   से रोड़ा गया।          आिाररत  आकिन  ररपो‍टजा
           •  बिुभौधतकी  साफ‍टवेयर  ‘सीओएमएसओएि’  में  आइसोमेर  में                       की समीक्ा पूरी की गयी िै।
               ्ीतिन क ुं रिी की क्मता क े  आकिन क े  धिये क ं क्री‍ट परररक्क
               का धत्धवमीय मारि धवकधसत धकया गया।
                                                                                         एईआरबी     ने   भारतीय
                                                                                         ररएक्‍टरों  में  धरजाइन  आािार
                                                                                         दुघजा‍टनाओं  तथा  धरजाइन
                                                                                         धवस्तार धस्थधतयों क े  धवश्िेषण
                                                                                         क े   धिये  पऊधव  क े   कोर
                                                                                         “पीआरएबीएचएवीआईएनआई”
                                                                                         (PRABHAVINI) क े  धवकास में
                                                                                         अपना योगदान देना रारी रखा।





                 पररष्क ृ त क ु ण्िल एरं जल शीडतत क्षेत्री‍य तापरिम परतें














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