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नियंत्रण तथा बाहरी सेवाएँ प्रदाि करिे वािे वयनतियों (रब वे संयंत्र में हैं) िानभकीय एवं नवनकरण आपातकाि मािीटरि केंद्र में आपातकाि की
की संरक्ा की नरम्मेदारी आनद का भी ध्याि रखा गया है। नवश्ेषण, आपाती अिुनक्रया कायजाकारी व संरक्ा कायजावाही का आकिि तथा
रूनचिारकों के संवाद के प्रबंि हैं। केंद्र में आि-िाइि निणजाय सहायक तंत्र,
एईआरबी के निददेश के बाद अिुमोनदत टेंपिेट के आिार पर सुनविायें, स्ोत मात्रा व रेनडयोसनक्रयता नवमोचि आकिि, पयाजावरण मािीटरि आंकडे,
अपिे-अपिे आपाती नक्रया स्तर तथा संरक्ण रणिीनत के नवकास सनहत, अन्य एरेंनसयों के साथ वीनडयो कांफ्ेंस तथा प्रनशनक्त व अिुभवी कमजाचारी
आपाती योरिाओं में संशोिि कर रही है।
उपिब्ि है। नवनभन्ि संयंत्र स्थिों पर स्थिीय व अपस्थिीय अभयास के
5.4 िानभकीय ऊराजा संयंत्र में सथलीय आपातकाल दौराि भी सूचिा प्रानप्त व नस्थनत के आकिि की केंद्र की क्मता के परीक्ण
सहायता कें द् की सथापिा के निए यह केंद्र सनक्रय होता है।
5.6 आपातकाल प्रबंधि से संबंनधत प्रलेखों का नवकास
फ ु क ु शीमा दुघजाटिा के बाद एईआरबी िे देश के सभी संयंत्र स्थिों पर
स्थिीय आपाती सहायता कें द्र स्थानपत करिे का आदेश नदया। ये इि कें द्रों एईआरबी, आपाती योरिा एवं अिुनक्रया से संबंनित आवशयकताओं
की बाढ व भूक ं प सहि करिे की क्मता संयंत्र के नडजाइि आिार में वनणजात व मागजादशजाि का संग्रह व संशोिि कर रही है। अभी यह रािकारी कई प्रिेखों
क्मता से अनिक होगी। इस भवि में अिुनक्रया कानमजाकों के िंबे समय में बटी हुई है तथा कई वषयों में अिग-अिग समय पर बिायी गयी थी। इससे
तक सुरनक्त ठहरिे के निए आवशयक परररक्क का प्रबंि होगा। नवस्तृत संपूणजा संशोिि के निए, िानभकीय एवं नवनकरण आपातनस्थनत के प्रबंिि
समीक्ा के बाद एईआरबी िे सहायता कें द्र सिाहकार सनमनत द्ारा बिाये के निए संरक्ा संनहता व संदनशजाकाएँ तैयार की रा रही है। संरक्ा संनहता
गये रानतगत नदशा-निददेशों को स्वीकार कर निया तथा एईआरबी को इि में राष्ट्रीय आपदा प्रबंिि योरिा (एिडीएमपी, 2019) के अंतगजात राष्ट्रीय
निददेशों के अिुरूप सभी संयंत्र स्थिों के निए नडजाइि आिार ररपोटजा प्रस्तुत आपदा प्रबंिि प्रानिकरण (एिडीएमए) द्ारा एईआरबी को दी गयी नरम्मेदारी
करिे को कहा। नडजाइिों को अंनतम रूप दे नदया गया है तथा इिकी स्थापिा के अिुरूप, आपातकाि प्रबंिि के निए उतिरदायी अनिकाररयों/एरेंनसयों y), NFC
का कायजा रारी है। तथा िायसेंसिारकों द्ारा पूरी की रािे वािी आवशयकताओं का वणजाि है।
िानभकीय आपातनस्थनत के निए निणजाय सहायक तंत्र का उद्ेशय है – आपाती योरिा की संरक्ा संनहता व संदनशजाकाओं के नवकास में निम्ि
िानभकीय दुघजाटिा से उत्पन्ि आपातनस्थनत में आपातकाि प्रबंिकों को बातों का ध्याि रखा रा रहा है – वतजामाि आपाती योरिा आवशयकतायें,
तुरंत संपूणजा रािकारी प्रदाि करिा। स्थानपत नवनकरण मािीटरों की रीनडंग आपातकाि में रिता की संरक्ा के निए आईसीआरपी प्रकाशिों में Safety Codes/
तथा मौसम की नस्थनत के आिार पर यह तंत्र रिता की संभानवत डोज वनणजात कायजानवनि के बदिाव आनद िये नवकास, आईएईए सामान्य संरक्ा Safety Standards
का आकिि करता है। आकिि रि क्ेत्र में उपयुति संरक्ी कायजावाही का आवशयकतायें (आईएईए रीएसआर भाग-7), फुक ु शीमा डायची दुघजाटिा से
निणजाय करिे में उपयुति होते है। सभी संयंत्रों में इस तंत्र को िागू करिे का प्राप्त सबक तथा उसके बाद भारतीय संयंत्रों की संरक्ा समीक्ा तथा राष्ट्रीय व
निणजाय निया गया है। अंतराजाष्ट्रीय स्तर पर उपिब्ि मागजादशजाि। Safety Guidelines/
5.5 िानभकीय एवं नवनकरण आपातकाल मािीटरि कें द् ये िये नियामक प्रिेख (संनहता एवं संदनशजाकाएँ) िीचे से ऊपर कायजानवनि Safety Guides
अपिा कर बिाये रा रहे हैं। आपाती नक्रया स्तरों का नवकास, संरक्ा रणिीनत
िानभकीय आपातनस्थनत में एईआरबी नस्थनत पर िजर बिाये रखती है। का नवकास, आपाती अभयास संपन्ि करिा, संयंत्रों की आपाती योरिाओं के
नस्थनत की समीक्ा के बाद, आवशयकता पडिे पर एईआरबी संबंनित अिुनक्रया टेंपिेट तैयार करिा आनद आवशयक सहायक प्रिेख बिाये रा रहे है। ये प्रिेख Safety Manuals
एरेंनसयों को नियामक सहायता व परामशजा देती है। एईआरबी, घटिाओं के एईआरबी में नवशेष दिों द्ारा नवकनसत नकये रा रहे हैं। इि दिों में एईआरबी,
संरक्ा महत्व तथा की रा रही कायजावाही के बारे में रिता एवं सरकार को
सूनचत करती है। इस कायजा के निए एईआरबी िे आपातकाि अिुनक्रया एिपीसीआईएि, भापअकेंद्र तथा डीएई के आपदा प्रबंिि वगजा से निए गये Other Publications
नवशेषज्ञ शानमि हैं। इि आिार/सहायक प्रिेखों में स्थानपत रािकारी को
मािीटरि संगठि (एईआरबी-ईआरएमओ) बिाया है रो आपातकाि में संनहता व संदनशजाकाओं में क्रनमक नवनि के अिुसार प्रयोग नकया रा रहा है। (TECDOCs/Monographs)
सनक्रय हो राता है। इसकी गनतनवनियां एईआरबी के िानभकीय व नवनकरण
आपातकाि मािीटरि केंद्र (एिआरईएमसी) द्ारा संचानित होती है। इस केंद्र
में कई प्रकोष्ठ हैं रैसे संप्रेषण, आकिि, नवश्ेषण एवं कािूिी प्रकोष्ठ, नरिमें
आवशयक साफटवेयर तथा हाडजावेयर अवसंरचिा मौरूद है।
Hierarchy of REGDOCs
70 वार्षिक प्ररिवेदन 2019
Modified Write up of section 6.1.1
The Safety Document Development Proposal (SDDP) for revision/development of Regulatory
Safety Documents (REGDOC) is prepared by In-House Working Groups (IHWG) of AERB. The SDDPs are
further reviewed by AERB Standing committee for REGDOCs and vetted by AERB Executive Committee
(AERB-EC) prior to review by an Advisory Committee on Nuclear and Radiation Safety (ACNRS) which is an
Apex Committee of AERB for providing advice on the REGDOCs. Based on the recommendation of ACNRS,
SDDP is approved by Chairman, AERB. The initial draft of REGDOC is prepared based on the SDDP by
officers of AERB or by Consultant, as required. The flow chart depicting this process is as given in Figure
6.1.
The initial draft is reviewed by AERB Task Force (AERB-TF) duly constituted for the purpose and
then by ACNRS. Revised draft is circulated among the domain experts, both within and outside DAE for
obtaining their review comments. The resulting draft is put up for approval by Chairman, AERB. In case of