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आपातकाि की अिुनक्रया से संबंनित संभी संस्थािों को चुिौती के रूप 5.3 िानभकीय ऊराजा संयंत्रों की आपातकाल तैयारी
में नडजाइि नकया गया था। अभयास में, िानभकीय आपातकाि में सामान्य योरिाओं का समनवय
तथा आवशयक नवनभन्ि प्रकार के अिुनक्रया काययों को शानमि नकया गया।
अभयास में संयंत्र में समस्या के संके त से शुरू होकर अिुनक्रया संस्थािों आपाती तैयारी योरिाओं का सफितापूवजाक प्रदशजाि, िानभकीय
की अनिसूचिा तक का समावेश था। दुघजाटिा पररदृशय के बारे में अिुनक्रया संयंत्र प्रचािि को िायसेंस रारी करिे के निए अनिवायजा आवशयकता
एरेंनसयों को पूवजा सूचिा िहीं दी गयी थी तथा दुघजाटिा की प्रगनत के साथ- है। एईआरबी सुनिनचित करता है नक संयंत्र में आवशयक आपाती योरिायें
साथ सूचिा प्रेनषत की गयी। उपिब्ि है तथा क्रांनतकता की ओर पहिे कदम की अिुमनत देिे से पहिे
इि योरिाओं का सफितापूवजाक प्रदशजाि नकया गया है। एईआरबी योरिा
पररदृशय की मांग के अिुसार आपातकाि कायजा कें द्रों को सनक्रय नकया के सभी अंगों – रैसे आपातकाि की पहचाि, वगवीकरण, निणजाय प्रनक्रया,
गया। अिुनक्रया एरेंनसयों को वास्तनवक पयाजावरण व मौसमीय नस्थनतयों में अनिसूचिा, संप्रेषण तथा संभानवत डोज आनद का आकिि करता है तथा
प्रभाव के नवश्ेषण के निए कहा गया। निणजाय सहायक तंत्र (डीएसएस) िे समय-समय पर उिके संशोिि को सुनिनचित करता है।
वास्तनवक समय में कायजा नकया तथा उस समय की मौसमीय नस्थनतयों में
प्रभानवत क्ेत्र का नििाजारण करके रिता की सुरक्ा के निए नरिा प्रशासि क ु छ संयंत्रों की आपाती योरिाओं की समीक्ा व संशोिि के दौराि,
को संस्तुनत की। स्थािीय प्रशासि तथा डीएई के पयाजावरण सवदेक्ण दि एईआरबी को संयंत्र, स्थिीय व अपस्थिीय आपातनस्थनत योरिाओं के
िे नवनभन्ि अिुनक्रया दिों को अनिकतम प्रभानवत क्ेत्र में पहुंचाया। समांगीकरण की आवशयकता महसूस हुई। अत: एिपीसीआईएि द्ारा
प्रशासि व नचनकत्सा दि के अनिकतम प्रभानवत क्ेत्र में पहुंचिे के समय संयंत्र व स्थिीय आपाती योरिाओं के निए मािक टेंपिेट बिाया तथा
का आकिि नकया गया। अभयास के प्राथनमक चरण से माध्यनमक चरण सभी संयंत्रों को उसके अिुसार अपिी योरिाओं को संशोनित करिे के
में पहुंचिे पर (रिता को संरक्ा की आवशयकता के नवश्ेषण के बाद) निए कहा।
नरम्मेदारी संयंत्र प्रबंिि से हट कर डीएई-सीएमरी के निरीक्ण के अंतगजात अिुनक्रया संस्थािों (संयंत्र एवं स्थािीय अनिकारी) की निनदजाटि
भापअकें द्र के नवनकरण आपाती अिुनक्रया निदेशक पर अंतररत हो गयी। भूनमका एवं उतिरदानयत्व के अिुरूप अपस्थिीय आपाती योरिाओं का
समय-समय पर क्ेत्र सवदेक्ण व िमूिों के नवश्ेषण के पररणाम भी नदये गये संशोिि नकया रा रहा है। आपदा प्रबंिि (डीएम) अनिनियम, 2005 तथा
तथा प्राथनमक चरण, माध्यनमक चरण व आपातनस्थनत की समानप्त की एिडीएमपी-2019 के अिुसार, िानभकीय आपातनस्थनत की रि क्ेत्र में
प्रनक्रया की पुनटि की गयी। अिुनक्रया योरिा, सब प्रकार के खतरों के निए आपाती अिुनक्रया की
पूरी प्रनक्रया के मरबूत पहिुओं तथा कनमयों की पहचाि की गयी समेनकत नरिा आपदा प्रबंिि योरिा का अंग होगी। इसके अिुपािि के
तथा इसका उपयोग एईआरबी द्ारा अपस्थिीय अभयास की एईआरबी निए, रि क्ेत्र में अिुनक्रया के निए अपस्थिीय आपाती योरिा, संयंत्र
िीनत के संशोिि के निए नकया रायेगा। प्रबंिि के साथ नमि कर स्थािीय अनिकाररयों द्ारा तैयार की राती है।
अत: सुनविा की योरिा, स्थािीय अनिकाररयों को प्रभावी तकिीकी
समथजाि तथा संरक्ी कायजा की संस्तुनत के निए आवशयक नरम्मेदारी व प्रबंि
पर कें नद्रत होगी।
इसके अिुसार अपस्थिीय आपाती योरिाओं के टेंपिेट तैयार नकये
गये तथा एिडीएमए द्ारा नरिा अनिकाररयों को तथा एिपीसीआईएि
मुखयािय द्ारा संयंत्रों को भेरे गये। एईआरबी द्ारा िानभकीय संयंत्रों की
अपस्थिीय आपाती योरिा के टेंपिेट की समीक्ा एवं अिुमोदि नकया
गया। टेंपिेट में प्रभावी एवं समनन्वत अिुनक्रया सुनिनचित करिे के निए
संशोनित अिुनक्रया ढांचा बिाया गया है। इसे सुनविा, सीएमरी-डीएई,
एिडीएमए तथा एईआरबी के बीच नवचार-नवमशजा के बाद बिाया गया है।
इसमें योरिाओं के अन्य पहिुओं, रैसे वगवीकरण, आपातनस्थनत की घोषणा
व अनिसूचिा, हानि के बराय अनिक िाभ वािी संरक्ा िीनत, रिता
के साथ संवाद, आपाती अभयासों के दौराि निणजाय िेिे की अवसंरचिा,
नजला आपाती काय्व केंद् से नजला अनधकाररयरों द्ारा
निण्वय प्रनरिया का प्रदश्वि योरिाओं के िागूकरण के निए कायजानवनियों की नवस्तृत सूची, प्रचािि
वार्षिक प्ररिवेदन 2019 69