Page 140 - AERB AR
P. 140

(iii)  ‘सामानरक  लाभ  के   नलए  नवनकरण  स्ोतों  के   उपयोग  में  8.6.2 प्रदशजानियां
               नवनकरण संरक्ा’ पर रागरूकता कायजाक्रम
                                                                    िानभकीय और नवनकरण सुनविाओं के  संरक्ा एवं नियमि पक्ों को
              एईआरबी  िे  इंस्टीट्यूट  ऑफ  इंरीनियसजा  इंनडया  (आईईआई)  के   रि‍ता के  मध्य िािे के  निए एईआरबी, सम्मेििों, नवज्ञाि व प्रौद्ोनगकी
           मदुराई चैप्टर के  साथ 25-26 िवंबर 2019 को एक दो नदवसीय रागरूक‍ता  की प्रदशजानियों में भाग िे‍ती है नरसमें संरक्ा संबंिी दस्‍तावेर भी प्रदनशजा‍त
           कायजाक्रम का मदुराई में आयोरि नकया। कायजाक्रम का शीषजाक, ‘सामानरक  नकये रा‍ते हैं। इसका उद्ेशय रि‍ता को सावजारनिक रूप से प्राप्त नवनकरण
           िाभ के  निए नवनकरण स्ो‍तों के  उपयोग में नवनकरण संरक्ा’ था।  डोज के  बारे में रािकारी देिा ‍तथा इिके  नियमि के  बारे में ‍तकिीकी पक्
                                                                 प्रदाि करिा हो‍ता है। इि सम्मेििों और मेिों में एईआरबी की प्रदशजािी
              प्रथम नदवस का कायजाक्रम, मदुराई नरिे और उसके  चारों ओर नस्थ‍त
           और एईआरबी द्ारा नियनम‍त नवनकरण सुनविाओं के  निए था। दूसरे   के  प्रन‍त रि‍ता की प्रन‍तनक्रया अन‍त उत्साहविजाक हो‍ती है। हमारे स्टािों पर
           नदि का कायजाक्रम सामान्य रि के  निए था। रि‍ता में शानमि वयनतियों   नवद्ानथजायों सनह‍त नवनभन्ि आयुवगजा के  दशजाक आ‍ते हैं और एईआरबी व
                                                                 इसकी भूनमका के  बारे में रािकारी प्राप्त कर‍ते हैं। वषजा के  दौराि निम्िनिनख‍त
           में  इंरीनियरी/नवज्ञाि/समार  नवज्ञाि  महानवद्ािय  के   नवद्ाथवी,  िगर   मौकों पर एईआरबी िे अपिी प्रदशजािी िगाई:
           अनिकारी और पत्रकार आनद थे।
                                                                 •  महत्वपूणजा प्रौद्ोनगक उपिनब्ियों को प्राप्त करिे के प्रन‍त रागरूक‍ता के

                                                                    निए प्रत्येक वषजा 11 मई को राष्‍ट्रीय प्रौद्ोनगकी नदवस (एिटीडी) के रूप
                                                                    में मिाया रा‍ता है। इस नदि, हम उि अनवष्‍कारों और रचिाकारों को
                                                                    स्मरण कर उन्हें आदर प्रदाि कर‍ते हैं। 11-12 मई 2019 को डीएई के
                                                                    कन्वेंशि केंद्र, अणुशनतििगर, मुंबई में “िानभकीय ररएक्टर प्रौद्ोनगकी”
                                                                    पर बीएआरसी/डीएई िे एक प्रदशजािी का आयोरि नकया। एईआरबी
                                                                    अध्यक् श्ी री. िागेश्वर राव िे इस प्रदशजािी का उद्ाटि नकया।

                                                                 •  मदुराई में, “सामानरक िाभ के निए नवनकरण स्ो‍तों के उपयोग में
                                                                    नवनकरण संरक्ा” पर एक रागरूक‍ता कायजाक्रम।
                                                                 •  एिएफसी, हैदराबाद में डीएई संरक्ा नवशेषज्ञों की बैठक नरसमें प्रमुख
                                                                    औद्ोनगक दुघजाटिाओं से सीखे गये सबक पर रािकारी दी गई।

                   मदुराई में जिता को संबोनधत करते हुए एईआरबी अध्यक्ष  •  आरएपीएस, राव‍तभाटा, रारस्थाि में पत्रकारों के निए आयोनर‍त डीएई
                                                                    की कायजाशािा।
























                                 िानभकीय ररएक‍टर प्रौद्ोनगकी पर पद्श्विी का उद्ा‍टि करते हुए एईआरबी अध्यक्ष श्ी जी. िागेश्वर राव







           112 वार्षिक प्ररिवेदन 2019
   135   136   137   138   139   140   141   142   143   144   145