Page 5 - AERB Bulletin Hindi
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एईआरबी का ध्‍ये्‍ एवं स्वप्‍न









                                   ध्‍ये्‍                      स्‍वप्‍न



                   यि  सुधनधचित  करना  धक  भारत                   नवीनतम  वैज्ञाधनक  क्मता  क े   साथ  उच्च
                   में  आयनकारी  धवधकरण  एवं                      अंतराजाष्‍ट्रीय मानकों क े  अनुरूप सुधवज्ञ संस्था
                   नाधभकीय  ऊराजा  क े   उपयोग  क े               बने रिना तथा अपने धनयामक उत्तरदाधयत्व
                   कारण रन सामान्य एवं पयाजावरण                   क े   क्ेत्  में  वयावसाधयकता,  धवश्वसनीयता,

                   को कोई अवांधछत खतरा उत्पन्न                    पारदध्जाता  तथा  रवाबदेिी  का  उच्च  स्तर
                   न िो                                           बनाये रखना








                               संस््‍ागत रण‍नीतत









              अपने ध्येय क े  अनुसार सभी वयावसाधयक काधमजाकों, रनता एवं पयाजावरण क े  संरक्ा धनयमन की प्रभावकाररता बढाने पर ध्यान क ें धद्त
              करने क े  धिये एईआरबी अगिे 3 वषयों (2019-21) क े  धिये धनम्न रणनीधत अपना रिा िै :



              •  मूि धनयामक प्रधक्रयाओं को दक् एवं प्रभावी ढंग से संपन्न करने क े  धिये एईआरबी कमजाचाररयों की भूधमका को और सुदृढ करना
                  ताधक बिुचरणी धनयामक संरक्ा कायजाधवधि से सववोत्तम पररणाम प्राप्त िो सक ें

              •  धनयामक कायजा क े  धिये आवश्यक वैज्ञाधनक व तकनीकी क्मता में अंतराजाष्‍ट्रीय स्तर पर बने रिना।
              •  दक्ता मापन द्ारा आंतररक क्मता को बढाने क े  क्ेत्ों की पिचान करना तथा आवश्यक क्मता को सुदृढ करना।  काधमजाकों को
                  अपनी क्मता बढाने क े  अवसर तथा धवधभन्न अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करना।

              •  धवधवि प्रकार क े  नाधभकीय ऊराजा संयंत्ों व धवधकरण सुधविाओं क े  धनयमन की तैयारी सधित धनयामक आवश्यकताओं को
                  सुसंगत तथा सरि बनाने क े  धिये धनयामक प्रिेखों का अद्तन एवं सं्ोिन।

              •  धनयोरन, धनष्‍पादन तथा आकिन में सुिार द्ारा धनयामक धनरीक्ण प्रधक्रया को सुदृढ करना।
              •  धनयामक प्राविानों क े  प्रभावी िागूकरण तथा प्रवतजान क े  राष्‍ट्रीय समन्वयन क े  धिये अन्य संबंधित एरेंधसयों क े  साथ धनयामक
                  संबंिों को मरबूत करना।

              •  रूधचिारकों क े  साथ पारदध्जाता बनाये रखना तथा धनयामक उत्तरदाधयत्व धनभाने में धवश्वसनीयता क े  धिये सभी प्रयत्न करना।
              •  रनता एवं वयवसाधयकों में धवधकरण ख़तरों व संरक्ण पििुओं क े  बारे में रागरूकता पैदा करना।









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