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इस वषजा के दौराि भारी पािी संयंत्रों व िानभकीय ई ं िि कांप्िेक्स (ि) डीएफआरपी और एफआरएफसीएफ
के प्रचािि कानमजाकों के निए 8 बैठकें की गयी तथा 87 उम्मीदवारों को प्रवतजाि गनतनवनियों के दौराि डीएफआरपी और एफआरएफसीएफ में
प्रानिकृत/पुि:प्रानिकृत नकया गया। इसका नववरण निम्िनिनखत है: कोई बडी ररपोटजा करिे योग्य घटिा िहीं हुई नरसके कारण प्रवतजाि कारजावाई
(i) भारी पािी संयंत्रों की िायसेंसीकरण सनमनत की 6 बैठकें हुई नरिमें की रा सके ।
63 प्रचािि कानमजाकों (नशफट प्रभारी, क्ेत्र इंरीनियर तथा नियंत्रण (छ) एिएफसी-कोटा
पैिि प्रचािक) को प्रानिकृत/ पुि: प्रानिकृत नकया गया। एिएफसी-कोटा स्थि पर संयंत्र भविों का निमाजाण कायजा प्रगनत पर है ।
(ii) िानभकीय ई ं िि कांप्िेक्स की िायसेंसीकरण सनमनत की दो बैठकें अवनि के दौराि एिएफसी-के पर एसी कोई बडी ररपोटजा करिे योग्य घटिा
हुई नरिमें 24 प्रचािि कानमजाकों (नशफट प्रभारी) को पुि: प्रानिकृत िहीं हुई नरसके कारण प्रवतजाि कारजावाई नकया रा सके ।
नकया गया।
1.5.2 प्रिानलत िानभकीय सुनवधाओं का संरक्ा कायजा
1.5 िानभकीय सुनवधाओं का समग्र संरक्ा कायजा निष्पादि निष्पादि
1.5.1 निमाजाणाधीि िानभकीय सुनवधाओं का संरक्ा इि सुनविाओं के प्रचािि कायजा निष्पादि तथा महत्वपूणजा घटिाओं
कायजानिष्पादि की समीक्ा की गयी तथा आवशयक सुिार िागू नकये गये। सभी संयंत्रों
का संरक्ा कायजा निष्पादि संतोषप्रद रहा। तारापुर-1 व 4, रारस्थाि-2 से 6,
(क) क ु डिक ु लम-3 से 6 कै गा-1 से 4, मद्रास-2, िरोरा-1 व 2, क ु डिक ु िम-1 व 2 तथा काकरापार-2
क ु डिक ु िम-3 से 6 के अस्थायी डाइक क्ेत्र में एक घातक दुघजाटिा हुई संयंत्र प्रचानित रहे। काकरापार-1 को समग्र शीतिक चैिि प्रनतस्थापि के
तथा क ु डिक ु िम-3 व 4 के अवसंरचिा क्ेत्र की संनवरचि कायजाशािा क्र. बाद 24 मई, 2019 को नग्रड से रोड नदया गया। संयंत्र तब से संतोषप्रद ढंग
2 में एक अन्य गंभीर दुघजाटिा हुई। एईआरबी िे इि घटिाओं की समीक्ा की से कायजा कर रहा है। रारस्थाि-1, अक्टूबर 2004 से बंद है। मद्रास-1, दाब
तथा भनवष्य में ऐसी घटिाओं को रोकिे के उपायों की संस्तुनत, अिुपािि िनिकाओं से ररसाव के कारण 30 रिवरी, 2018 से बंद है।
के निए स्थि प्रबंिि को भेरी। इसका नववरण खंड 1.8.2 में नदया गया है। प्रचानित संयंत्रों द्ारा ररपोटजा की गयी सभी 45 महत्वपूणजा घटिाओं की,
(ख) प्रोटोटाइप द्ूत अनभरिक ररएकटर एईआरबी में रांच की पयाजाप्तता, सुिारक कायजावाही, सीखे गये सबक तथा
नियामक कायजावाही की आवशयकता की दृनटि से समीक्ा की गयी। रारस्थाि-2
इस संयंत्र में कमीशिि व उसके पहिे की गनतनवनियाँ जारी हैं। यहां
कोई ररपोटजाि योग्य घटिा घनटत िहीं हुई नरसके कारण प्रवतजाि कारजावाई िहीं में घटी एक महत्वपूणजा घटिा का नववरण खंड 1.8.1 में नदया गया है।
हुई।
इस अवनि में सभी ई ं िि चक्र सुनविाएँ सुरनक्त ढंग से प्रचानित रही।
(ग) काकरापार-3 व 4, रारसथाि-7 व 8 तथा गोरखपुर परंतु आईआरईएि, ओसकाम में एक घातक दुघजाटिा हुई नरसका नववरण
हररयाणा-1 व 2 खंड 1.8.2 में नदया गया है।
रारस्थाि-7 व 8 में बडे उपकरणों की स्थापिा के दौराि एक घातक 1.6 निमाजाणाधीि एवं प्रिानलत अिुसंधाि व नवकास
दुघजाटिा हुई। एक अन्य घातक दुघजाटिा गोरखपुर हररयाणा-1 व 2 में खुदाई के इकाईयां तथा अनय सुनवधाएँ
दौराि हुई। एईआरबी िे घटिाओं की समीक्ा की तथा पाया नक यह घटिाएँ
निगरािी व प्रनशक्ण में कमी, कायजा आज्ञापत्र प्रणािी ि होिे के कारण हुई ई ं िि चक्र सुनविाओं के अनतररक्त, पररवतवी ऊराजा सायक्िोट्राि केंद्र
। ऐसी घटिाओं को रोकिे के उपायों की संस्तुनत को अिुपािि के निये (वीईसीसी), रारा रामन्िा प्रगत प्रौद्ोनगकी केंद्र (आरआरसीएटी), इंनदरा
प्रबंिि को भेरा गया। अनिक नववरण खंड 1.8.2 में नदया गया है। गांिी परमाणु अिुसंिाि केंद्र (आईरीसीएआर), इिेक्ट्रानिक्स कापकोरेशि
आफ इंनडया नि. (ईसीआईएि), नवनकरण एवं आइसोटोप प्रौद्ोनगकी
(घ) कै गा-5 व 6 बोडजा (बीआरआईटी) की संरक्ा समीक्ा भी की गयी। अिुसंिाि व नवकास
इि संयंत्रों में कोई ररपोटजाि योग्य घटिा िहीं हुई। इकाईयों तथा अन्य सुनविाओं की संरक्ा नस्थनत सारणी 1.10 में दी गयी है।
22 वार्षिक प्ररिवेदन 2019