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बचे रहिे की प्रनक्रया व संबंनि‍त ‍त‍थयों पर स्व‍तंत्र रूप से प्रस्‍तु‍त नकये गये  द्ारा रसायि संयंत्रों पर ईएएि की पहचाि करिे और संबंनि‍त नक्रयानवनियों
        अध्ययिों के  आिार पर पुनटिकारक अध्ययि नकये राएंगे। सीएसआरपी  पर कायजा आरंभ कर नदया गया है।
        और डीएई – एससीएसआर सनमन‍तयों में भी इस ‍तरह के  अिुसंिाि की
        पहचाि की गई है। इसका एईआरबी द्ारा इि-हाउस ररसचजा कायजाक्रम में भी   8.5.2   डीएई की संरक्ा एवं वयावसानयक सवासरय नवशेषज्ों

        शानमि नकया गया है। इसके  निए ‍तीि ‍तकिीकी दस्‍तावेरों को ‍तैयार नकया   की बैठक
        रा रहा है रो एईआरबी की आवशयक‍ताओं को पररभानष‍त करेंगे और   एईआरबी  और िानभकीय  ई ं िि  कांप्िेक्स  िे  हैदराबाद  में  21-23
        आपा‍तकािीि प्रबंिि में नदशा-निददेश प्रदाि करेंगे।     अगस्‍त, 2019 को 36वीं डीएई संरक्ा व वयावसानयक स्वास्‍थय नवशेषज्ञ
                                                              बैठक का संयुति रूप से आयोरि नकया। इसका उद्ेशय डीएई में संरक्ा एवं
        (ङ) आपाती प्रायोरिाएं और अिुनक्रया
                                                              वयावसानयक स्वास्‍थय के  पहिुओं पर रागरूक‍ता पैदा करिा था। इस वषजा
            पीएचडब्लयूआर, एिडब्लयूआर, पीएफबीआर के  निए संयंत्र नवशेष  बैठक के  मुखय उद्ेशय थे:

        की आपा‍ती अिुनक्रया स्‍तरों (ईएएि) के  नवकास के  निए पररचचाजा की   •  “औद्ोनगक संरक्ा को नवसतार देिे के  नलए वयावसानयक
        गई। निणजाय सहायक ‍तंत्रों (डीएसएस) के  निए अन‍तररति िक्णों, रो नक   अिुभवों का प्रभावी प्रबंधि” नरसका संबंि औद्ोनगक संरक्ा
        मािीटर नकये गये प्राचिों पर आिारर‍त डोरों पर निभजार करेंगे पर भी चचाजा   पहिुओं से था,
        हुई। एईआरबी द्ारा अपस्थिीय ईपीआर सांचों (टेम्पिेट) के  अिुमोदि के
        पचिा‍त ‍तथा नवशेषज्ञ दि (ईरी-ईएएि) द्ारा ‍तैयार नकये गये निददेनशकाओं  •  “कायजा  सथल  पर  निनकत्सीय  आपाती  नसथनत  में  प्रभावी
        के   आिार  पर,  एिपीपी  िे  संयंत्र  नवशेष  के   निए  ईएएि  ‍तैयार  करिा   प्रबंधि” यह वयावसानयक स्वास्‍थय पहिुओं से संबंनि‍त था।
        आरंभ कर नदया। पीएफबीआर के  निए भानविी िे ईएएि प्रिेख ‍तैयार   डीएई इकाइयों और संबंनि‍त संस्थािों से िगभग 200 प्रन‍तभानगयों
        नकया। एिडब्लयूआर के  निए हाि ही में ईएएि प्रिेख ‍तैयार नकया गया।   िे इसमें भाग निया। औद्ोनगक संरक्ा एवं वयावसानयक स्वास्‍थय के  क्ेत्र
        रेनडयोसनक्रय पदाथयों के  पररवहि के  दौराि आपा‍तनस्थन‍त को संभाििे की
        कायजा पदन‍त को नवकनस‍त करिे हे‍तु पररचचाजा की गई। रेनडयोसनक्रय पदाथयों   में नवशेषज्ञों िे संबंनि‍त नवषयों पर ‍तकिीकी सत्रों में अपिी प्रस्‍तुन‍तयां
        के  पररवहि के  निए संरक्ा संदनशजाका का मसौदा और एसडीडीपी ‍तैयार की   दी। एईआरबी अध्यक् िे इसमें एक नवनशटि वा‍ताजा भी दी। ये सारी वा‍ताजाएं
                                                              प्रन‍तभानगयों के  निए उिकी ज्ञाि वृनद में काफी उपयोगी थीं। इस बैठक िे
        रा रही है। क्िोरीि और हाइड्ोरि सलफाइड के  प्रहस्‍ति में रासायनिक   औद्ोनगक एवं वयावसानयक स्वास्‍थय की संरक्ा के  क्ेत्र में नवशेषज्ञों को
        आपा‍तनस्थन‍त पैदा हो सक‍ती है इसके  निए भी ईपीआर की आवशयक‍ता पर   वैचाररक आदाि-प्रदाि का प्िेटफामजा प्रदाि नकया।
        चचाजा की गई और इसकी समीक्ा की गई। एईआरबी के  एक आं‍तररक ग्रुप
























             36वीं डीएई बैठक के उद्ा‍टि पर उपनसथित नवनशटि अनतनथि : बांए से दाँए :
             श्ी आर. एि. जयराज, एिएफसी के  पूव्व सीई, श्ी नदिेश क ु मार शुकला,    श्ी जी. िागेश्वर राव, अध्यक्ष, एईआरबी बैठक में
            काय्वकारी निदेशक, एईआरबी; श्ी जी. िागेश्वर राव, अध्यक्ष, एईआरबी,     उद्ा‍टि भा्ण देते हुए
                         डॉ. नदिेश श्ीवासतव, अध्यक्ष
              एवं सीई, एिएफसी तथिा श्ीमती शीला, डीसीई (संरक्षा), एिएफसी



                                                                                              वार्षिक प्ररिवेदन 2019  103
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